B Positive Monthly magazine by Apollo Hospital Group, Mumbai, N.R.I. (Monthly International Magazine), Sakhi Magazine (Dainik Jagran Group), Lawyers Update, New Delhi, Vastu Evam Jyotish (Diamond Comics Publication), Delhi, Jyotish Megha (Delhi), Khirki Family Magazine (Delhi), Vaidyaraj (Quarterly Magazine), Meri Sangini, Sattva Magazine (English) Lawyers Updaye, The monthly magazine circulated in all Judiciary related offices, advocates & legal experts and so on ………
Here is the poetry like rhyme given in the magazines:
घरमेंघरवाले..बाहरजाताहूंतोबाहरवाले … करनेलगेहैं Ignore
जिंदगीहोगईहै Bore. वास्तुमेंहैहल
क्योंकिवास्तुजैसानहींकोईऔर..
Sher:
सजामिलतीहैकिसीगलतीकीतोकोईशिकवानहींहोता,
गुस्ताखीकेबिनामिलजायेसजातोमायूसीहाथलगतीहै,
जी हाँ.. कल तक थे सब घुले मिले हुए और घर का माहौल था एकदम मस्त.. सभी देते थे पूरी value … पर अचानक ऐसा क्या हो गया कि घर के तो घर के… बाहर वालों ने भी ignore करना शुरू कर दिया… और आप हो रहे हैं पस्त.
दोस्तों कारण तो इस बेरुखी के बहुत से हो सकते हैं पर क्या आपने एक बार यह सोचा कि कहीं इसका कारण वास्तुदोष तो नहीं….